फास्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम फायदे व कमी के लक्षण हिंदी में

फास्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम फायदे व कमी के लक्षण हिंदी में – शरीर के लिए यह अत्यंत आवश्यक पोषक तत्व है। हमारे शरीर में फास्फोरस सबसे अधिक पाए जाने वाला खनिज है।कैल्शियम के बाद यह दूसरा तत्व है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।

शोध से पता चलता है कि 19 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति के लिए फास्फोरस की प्रतिदिन की मात्रा 700 मिलीग्राम होनी चाहिए। फॉस्फोरस हमें विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होता है।

आज हम फास्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम हिंदी में बताएंगे। यहां आप फास्फोरस की कमी के लक्षणों, फास्फोरस से प्राप्त होने वाले फायदे जानेंगे। तो बिना देर किये जानते हैं –

फॉस्फोरस की कमी के लक्षण

शरीर में फास्फोरस की मात्रा कम होने पर कई लक्षण सामने आते हैं। फास्फोरस की कमी को हाइपोफॉस्फोटेमिया कहते हैं।

यह 2 तरह से होता है पहले तो अचानक फास्फोरस का कम हो जाना और दूसरा धीरे-धीरे फास्फोरस की मात्रा का कम होना । अचानक फास्फोरस की मात्रा के कम होने से शरीर में निम्न लक्षण प्रकट होते हैं।

01.शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है।
02.हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
03.दांत व मसूड़े की समस्या का होना।
04.भूख में कमी होने लगती है।।
05.जोड़ों में दर्द व अकड़न होने लगती है।
06.थकान होना। अनियमित सांस लेना।
07.चिड़चिड़ापन होना।
08.सुन्नता का महसूस होना।
09.कमजोरी लगना।
10.शरीर के वजन में कमी होना।
11.उल्टी, दस्त व मितली आना।
12.भ्रम होना। मांसपेशियों में दर्द होना।
फॉस्फोरस की कमी के लक्ष

फॉस्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम हिंदी में

क्रमांकसब्जी का नाम
(हिंदी में)
सब्जी का नाम
(इंग्लिश में)
01.सोयाबीनSoyabean
02.लहसुनGarlic
03.लौंगClove
04.आलू Potato
05.लौकी के बीजBottle Garud Seeds
06.टमाटरTomato
07.गोभीCauliflower
08.शतावरीAsparagus
09.तिलSesame
10.राजमाKidany Beans
11.मटरPea
फास्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम हिंदी में

फॉस्फोरस के फायदे

रक्त में फास्फोरस की कमी हो जाने पर फास्फोरस युक्त आहार लेकर इसकी पूर्ति की जा सकती है हमारे शरीर में फास्फोरस के निम्न फायदे होते हैं

  • यह हड्डियों व दांतो का निर्माण करता है। व उन्हें मजबूती प्रदान करता है।
  • मेटाबोलिज्म को सही करता है। पचने में सहायता करता है।
  • ह्रदय की धड़कन को नियंत्रित करता है।।
  • मांसपेशियों को संकुचित रखता है।
  • दिमागी व मानसिक शक्ति को मजबूत बनाता है।
  • फैट को बर्न करता है।
  • किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाता व सुधारता है।
  • शरीर मे ऊर्जा को बनाये रखता है।
  • कमजोरी दूर करता है।
  • प्रोटीन उत्पादन में सहायता करता है।

फॉस्फोरस की कमी से होने वाले रोग

  • ओसटोपिनिया -हड्डियों का कमजोर होना व टूटना।
  • एनीमिया – रक्त न बनने से एनीमिया हो जाता है।
  • आस्टियोपोरेसिस– हड्डियों का रोग।
  • एनोरेक्सिया – यह एक मनोविकार है। जिसमे व्यक्ति वजन कम करने प्रति अधिक सक्रिय हो जाता है।
  • दांतों का कमजोर होना , व टूटना।
  • थकान।
  • कमजोरी।
  • मानसिक रोग।
  • भूख न लगना।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न – फॉस्फोरस की कमी के क्या कारण है ?

उत्तर. – मैग्नीशियम की कमी, विटामिन डी की अधिकता। डायबिटीज होना। आस्टियोपोरेसिस की दवाओं का अधिक सेवन। अधिक शराब का सेवन करना ।

प्रश्न. – फास्फोरस किसमे पाया जाता हैं।

उत्तर – प्राकृतिक रूप से दूध, दूध से बने पदार्थ, दही, सब्जियां (मटर, आलू, राजमा, गोभी, टमाटर, शतावरी, तिल, लौंग, लहसुन, सोयाबीन, आदि में पाया जाता है।

अंत में

आज आपने फास्फोरस की कमी के लक्षण, फायदे और फास्फोरस की कमी से होने वाले रोगों के संबंध में जाना ।साथ ही आपने फास्फोरस युक्त सब्जियों के नाम जाने।

आशा है आपको फास्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम संबंधित यह लेख अवश्य अच्छा लगा होगा।

फास्फोरस की अधिकता भी अनेक रोगों को जन्म देती है। अतः फास्फोरस की कमी से उत्पन्न हुए लक्षणों को देखने के पश्चात, योग्य चिकित्सक से परामर्श लेकर ही, फास्फोरस सेवन करने का प्रयास करें।

अपना कीमती समय निकालकर यह लेख फास्फोरस से भरपूर सब्जियों के नाम हिंदी में पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

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