आंवले का अचार ऐसे बनाएं आंवले का चटपटा और स्वास्थ्यवर्धक अचार लोग चाटेंगे ऊंगलियां और अच्छा होगा उनका स्वास्थ्य।सर्दियों के मौसम में अनेक स्वास्थ्यवर्धक जड़ी, बूटी सब्जी, फल आदि देखने को मिलते हैं। यह मौसम भी बहुत ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक होता है इस समय कुछ भी खाया पिया अच्छे से शरीर मे लगता है। ऐसे मौसम में ही आंवला भी बाजार में खूब आता है। जो स्वयं एक औषधि भी है।
कितना गुणकारी है आंवला
आंवला में पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन्स, मैग्नीशियम, विटामिन ए, बी, सी, आयरन, जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। उम्र को बढ़ाने वाला है। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से शरीर मे कभी भी खून की कमी नहीं हो सकती।
यह शरीर को हमेशा जवान बनाये रखता है। एक आंवला रोज खाने से बुढापा दूर रहता है। यह बालों, आंखों, त्वचा, व शरीर के सभी अंगों के लिए परम हितकारी है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसे किसी भी रूप में खाया जा सकता है। अर्थात पका कर या कच्चा , जूस , चटनी, अचार, मुरब्बा, आदि किसी भी रूप में इनके पोषक तत्व कभी भी नष्ट नहीं होते।
आंवला अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक है। यह बच्चे, बूढ़े, जवान सभी को स्फूर्ति, कांति व ओज प्रदान करता है। आंवले को प्रतिदिन खाने के लिए उसे सुरक्षित रखना भी जरूरी है। अचार के रूप में आंवला को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। तो चलिए आज हम आंवला का चटपटा अचार बनाते हैं। जो बहुत ही आसान भी है, स्वादिष्ट भी है और स्वास्थ्य के लिए टॉनिक भी है।
सबसे पहले जानते हैं आंवले के अचार में लगने वाली आवश्यक सामग्री के बारे में।
अचार बनाने के लिए इन मसालों और सामग्रियों का प्रयोग करें।
- आंवले – 500 ग्राम
- सरसों का तेल – 200 ग्राम
- हीग – 1/4 छोटी चम्मच (पिसी हुई)
- मेथी के दाने – 2 छोटी चम्मच
- अजवायन – 1 छोटी चम्मच
- नमक – 50 ग्राम (4 छोटे चम्मच)
- हल्दी पाउडर – 2 छोटे चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – 1 छोटा चम्मच से कम
- पीली सरसों – 4 छोटे चम्मच (मोटी मोटी पिसी हुई)
- सोंफ पाउडर – 2 छोटे चम्मच
आंवले का अचार बनाने की सम्पूर्ण विधि
- सबसे पहले ताजे, बेदाग व अच्छे आंवले खरीदें। अब इन्हें अच्छी तरह धो लें। अचार बनाने के लिए आंवले को ब्लांच करें। इसके लिए एक बर्तन में पानी को अच्छी तरह उबालें। अब गैस बंद कर दें। उबलते गर्म पानी मे आंवले को 5 मिनट तक अच्छी तरह डुबोकर रखें। पांच मिनट बाद आँवले नरम हो जाएंगे।
- अब आँवले को पानी से बाहर कर लें। व हल्के से कपड़ा लेकर पोंछ लें, ताकि आंवले का पानी सूख जाए। अब नरम हो चुके आंवले को चाकू की सहायता से काटकर एक एक फांक अलग करें व बीज निकाल कर बाहर कर दें।
- आंवला अचार बनाने के लिए तैयार हो चुका है। इसमें पिसा हल्दी पाउडर अच्छी तरह मिला दें। जिससे आंवले में हल्दी की कोटिंग हो जाएगी और यह पीले रंग का हो जाएगा। हल्दी आंवले में पड़ जाने से यह तत्काल सुरक्षित हो जाता है। अब हम मसालों को तैयार करेंगे।
- अब मेथी, अजवाइन, सौंफ व पीली सरसों को हल्की आंच में हल्का हल्का भून लेंगे। ताकि मसालों में उपस्थित पानी या शीत हो तो वो अच्छी तरह सूख जाए।
- अब गैस पर बर्तन रखकर उसमें सरसों का तेल डाल दें। तेल को अच्छी तरह गर्म करें। तेल से जब धुआं निकलने लगे तब गैस को बंद कर दें। तेल को थोड़ा ठंडा होने दें अन्यथा गर्म तेल में मसाले डालने से मसाले जल जाएंगे।
- तेल हल्का गुनगुना हो जाने पर तेल में चुटकी भर हींग डालें। अब बारी बारी से सभी मसाले अजवाइन, मेथी दाने, पीली सरसों (दरदरी पिसी हुई), सौंफ का पाउडर, लाल मिर्च, व नमक डालकर अच्छी तरह से मसालों को आपस मे मिलाएं।
- हल्दी पाउडर हमने आंवले में मिला लिया है। यदि आवश्यक्ता हो तो तेल में थोड़ा हल्दी पाउडर मिलाएं। या मसालों में सीधे अचार के लिए तैयार आंवला को डालकर अच्छी तरह मिलाएं। आंवले का अचार तैयार है।
- 2 दिनों में ही आंवले में मसाले अच्छी तरह स्वाद छोड़ने लगेंगे और स्वादिष्ट अचार खाने के लिए तैयार है।
आंवले के अचार के स्वास्थ्यवर्धक गुण।
आंवले का अचार विटामिन सी का अच्छा स्रोत है। आंवले को अचार के रूप में वर्ष भर के लिए सुरक्षित किया जा सकता है। प्रतिदिन आंवले का अचार खाने के बहुत अधिक फायदे है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है। जो निम्नानुसार हैं-
इम्युनिटी बढ़ाता है आंवले का अचार
आजकल का खान पान व करोना वायरस की वजह से सभी की इम्युनिटी बहुत कमजोर हो गई है। ऐसे में आवंले का अचार वरदान है। इसके नियमित सेवन से इम्युनिटी बढ़ती है। सर्दी-खांसी-जुकाम, तथा विभिन्न वायरल बीमारियों से लड़ने की ताकत शरीर मे उत्पन्न होती है।
पाचनतंत्र को मजबूत करता है आवंला
आंवले में मौजूद फाइबर पेट से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। विटामिन सी पाचन क्रिया को तेज करता है। आंवला पाचनतंत्र को मजबूत कर भूख को बढ़ाता है। जिससे शरीर मजबूत व हृष्ट-पुष्ट बनता है। यह बच्चे, बूढ़े, व जवान सभी के लिए लाभकारी है।
आंवला स्किन को चमकदार बनाता झुर्रियां दूर करता है।
आंवले के नियमित सेवन से स्किन चमकदार होती है। झुर्रियां दूर होती है। एक आंवला रोज खाने से वृद्धावस्था देर से आती है। यह शरीर को युवा बनाये रखता है।
आँखों के लिए लाभकारी है आंवला
नेत्रज्योति को बढ़ाने वाला है आंवला। आवंले का उपयोग किसी भी रूप में नियमित करने से आंखों के अनेक रोगों से छुटकारा मिल जाता है।
बालों के लिए लाभकारी आंवला
लंबे, काले, घने व मजबूत बालों के लिए आंवले के अचार का नियमित सेवन करना चाहिए। साथ ही आंवले के रस का उपयोग बालों में लगाने से बाल चमकदार व मुलायम होते हैं।
गुणकारी आंवले के अचार को बनाने के साथ साथ वर्ष भर सुरक्षित रखना ज्यादा जरूरी है। कुछ आवश्यक बातें है जिनसे आप आंवले को वर्ष भर सुरक्षित रख सकते हैं।
अचार को इस प्रकार से सुरक्षित रखें।
अचार को सुरक्षित रखने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
- आंवले के अचार को कांच की बरनी में रखें।
- अचार में तेल पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए। यह प्रिजरवेटिव का काम करता है। और अचार कभी खराब नहीं होता।
- बरनी को अच्छी तरह सुखा कर ही अचार रखें।
- आंवले के अचार की बरनी को माह में एक बार धूप में अवश्य रखें।
- बरनी से अचार निकलते समय सूखे चम्मच का ही उपयोग करना चाहिए।
- यदि आप वर्ष भर के लिए अचार को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो रोज के लिए एक छोटी बरनी में महीने भर के लिए अचार अलग निकाल लें।बार बार अचार की बरनी खोलने से मौसम की नमी अचार में जाने की संभावना रहती है। जिससे भी अचार खराब हो सकता है।
- अचार को हमेशा हवाबंद डब्बे में रखना चाहिए।
हमारे शब्द
आंवला अत्यंत गुणकारी व स्वास्थ्यवर्धक है। सर्दियों में इसका लाभ अवश्य उठाएं एवं ऐसे बनाएं आंवले का चटपटा और स्वास्थ्यवर्धक अचार। लोग चाटेंगे ऊंगलियां और अच्छा होगा उनका स्वास्थ्य।
इसी तरह की स्वास्थ्यवर्धक जानकारियों के लिए अवश्य देखें। अचार बनाने व सुरक्षित रखने से सम्बंधित कोई और जानकारी आपके पास हो तो अवश्य कमेंट करें।