About Us

Vegetables Name क्या है?

Vegetables Name एक ब्लॉग (Blog) है. जिसमें हम सब्जियों (vegetables) के बारे में जानकारी देते हैं. पूरी दुनिया में अनेकों तरह की शौक सब्जियां पाई जाती हैं. अलग अलग प्रांत में अलग अलग तरह की सब्जियां खाई जाती हैं. उन सभी सब्जियों के बारे में बहुत से लोगों को जानकारी नहीं होती. विभिन्न सब्जियों के नाम उपयोग व विशेषताओं के बारे में जानकारी ना होने से उनका उपयोग करने में काफी कठिनाई होती है. हमारे ब्लॉग (Blog) के लेखों (articles) में आपको दुनिया की हर तरह की सब्जी के बारे में जानकारी मिलेगी. हमारी रिसर्च टीम विभिन्न प्रकार की सब्जियों के बारे में जानकारियां इकट्ठा करती है. यह रिसर्च बहुत ही गंभीरता व प्रामाणिकता से किया जाता है. एक-एक सब्जी के रिसर्च में हफ्तों लग जाते हैं. जब हमारी टीम जानकारी इकट्ठी कर लेती है, तो वह इस जानकारी को हमारे लेखकों को सुपुर्द करती है.

हमारे लेखक रिसर्च टीम के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, सरल भाषा में लेख (article) तैयार कर, आप तक पहुंचाने का काम करते हैं. हमारे सभी लेखकों ने अच्छी शिक्षा हासिल की है. V egetables Name के लेखक कठिन विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने की कला में माहिर हैं.

मैं कौन हूं ? Rekha Dixit

मेरा नाम रेखा दिक्षित है. मैं मध्यप्रदेश के मंडला (Mandla) जिले की रहने वाली हूं मेरा जन्म मध्य प्रदेश के बालाघाट (Balaghat) जिले में हुआ है. मेरी प्रारंभिक शिक्षा बालाघाट जिले के सरकारी स्कूल में हुई है. पढ़ाई के साथ-साथ लेखन में भी मेरी बहुत रूचि थी. मेरे पिता स्वर्गीय गोविंद माधव शास्त्री आयुर्वेदाचार्य थे, तथा योग व आयुर्वेद के विशेषज्ञ थे. उन्हें आयुर्वेद सम्राट की उपाधि प्राप्त थी. वनस्पतियों के बारे में उनका गहरा अध्ययन रहा. अपने पिता के साथ हर पल सानिध्य में रहने से, मुझे भी वनस्पतियों और शाक सब्जियों के बारे में जानने और खोज करते रहने का बड़ा शौक रहा.

प्रारंभ से ही मुझ में लीडरशिप के गुण थे, तथा पढ़ाई में हमेशा ही मैंने प्रथम स्थान प्राप्त किया. मेरे पिता शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सक होने के साथ-साथ अपने समाज के अध्यक्ष एवं कुशल वक्ता भी थे. जब भी कुछ लिखना चाहते मुझसे ही लिखवाते. यह क्रम कक्षा पांचवी से ही शुरु हो चुका था. जिसके परिणाम स्वरूप आठवीं तक पहुंचते-पहुंचते मुझ में लिखने और बोलने (भाषण देने) की कला नैसर्गिक रूप से विकसित हो चुकी थी. और मैं श्रेष्ठ वक्ता के रूप में अपने स्कूल में जाने जाने लगी थी. मेरा स्कूली सफर बड़ा ही खूबसूरत रहा. मैंने एनसीसी बी सर्टिफिकेट किया तथा आर.डी. परेड (Republic day pared) के लिए चयनित हुई. किंतु इसके आगे का जीवन बड़ा ही रोचक व संघर्षपूर्ण रहा है.

कक्षा ग्यारहवीं में मेरी मां को कैंसर हो गया जिससे मेरा अध्ययन बहुत प्रभावित हुआ. मैंने साइंस लिया था और मात्र आधे दिन का स्कूल ही ज्वाइन कर पाती थी. परिस्थितियोंवश ग्यारहवीं के बाद मैंने आईटीआई से हिंदी शॉर्टहैंड एवं टाइपिंग की परीक्षा उत्तीर्ण की. सिलाई कटाई का प्रशिक्षण लिया. ड्राइंग में इंटरमीडिएट डिप्लोमा किया तथा सितार में बी म्यूज़ की डिग्री हासिल की.

स्नातक में सायकोलॉजी, सोशियोलॉजी और लिटरेचर हिंदी में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण कर, महाविद्यालय से गोल्ड मेडल हासिल किया. सर्वश्रेष्ठ अंक होने से कॉलेज चुनाव में सेक्रेटरी पद पर नॉमिनेट की गई. बीए फाइनल में आते ही मेरी सरकारी नौकरी न्यायालय में स्टेनोग्राफर के रूप में लग गई. जहां पदस्थ रहते हुए मैंने जिले में होने वाली टाइपिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, तथा 60 शब्द प्रति मिनट का कीर्तिमान हासिल कर जिले की सर्वश्रेष्ठ टाइपिस्ट होने का गौरव प्राप्त किया. शासकीय सर्विस करते हुए अपने अध्ययन को जारी रखा, तथा एमए. पॉलिटिकल साइंस व एलएलबी में प्रथम स्थान प्राप्त किया.

मेरा विवाह मध्यप्रदेश में नर्मदा नगरी मंडला (भुआ बिछिया) के जाने-माने व प्रतिष्ठित दीक्षित परिवार में हुआ. मेरे पति आकाश दीक्षित एडवोकेट हैं, जिन्होंने मुझे भी लॉ प्रैक्टिस के लिए प्रोत्साहित किया. उनके कुशल मार्गदर्शन में मैंने सरकारी सर्विस को छोड़कर, वकालत ज्वाइन की और जिले के श्रेष्ठ सीनियर्स में अपना स्थान बनाया.

मेरे पति श्री आकाश दीक्षित प्रतिष्ठित एडवोकेट व पत्रकार होने के साथ-साथ, पत्रकार संघ व अन्य संस्थाओं के जिला अध्यक्ष रहे. हमारा निजी डेली न्यूज़ पेपर जन चिंगारी मंडला से प्रकाशित हुआ. वे जबलपुर एक्सप्रेस के जिला संपादक भी रहे, जिससे अखबार के लिए विभिन्न तरह के आर्टिकल लिखने का मुझे भी अवसर मिला. जिससे मेरी लेखन की कला और गहरी होती चली गई. मैंने वकालत से पूर्व 3 वर्षों तक ठक्करबापा कॉलेज मंडला में प्रोफ़ेसर के पद पर काम भी किया. और सामाजिक गतिविधियों में विशेष वक्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई.

वर्तमान में लगभग 20 वर्षों से कुशल अधिवक्ता के रूप में निरंतर प्रैक्टिस में हूं, किंतु लिखने का शौक होने से 2019 से मैंने वकालत के साथ-साथ ब्लॉगिंग शुरू की

मेरे बारे में संक्षिप्त जानकारी

  • नाम – रेखा दिक्षित
  • उम्र – 51 वर्ष
  • काम – ब्लॉगर, एडव्होकेट
  • निवास स्थान- मंडला (मध्य प्रदेश)
  • Facebook – click here
  • Instagram – click here
  • Twitter – click here
  • You tube – click here
  • Company Email – info@vegetablesname.co.in

मेरा ब्लॉगिंग कैरियर

बचपन से ही मुझे लिखने का बहुत शौक रहा. न्यूज़ पेपर्स में विभिन्न विषयों पर अनेकों आर्टिकल मेरे द्वारा लिखे गए. लगभग 500 से ज्यादा आर्टिकल सोशल मीडिया पर, तथा अपनी एक अन्य ब्लॉग साइट indiantreasure.in पर मेरे द्वारा प्रकाशित किए जा चुके हैं।

अपने इस लिखने के शौक को पूरा करने में हालांकि मुझे बहुत मेहनत लगती है। क्योंकि समय कम ही मिलता है, ऐसे में मैं अपने सोने के समय में कटौती करके इसे पूरा करती हूं. धीरे-धीरे मैंने Blogging को समझना शुरू किया. मेरे आस-पास कोई ऐसा जानकार था भी नहीं जिससे इस बारे में मुझे जानकारी होती. अतः मैंने Blogging के कोर्स ज्वाइन किए और (Blogging) की बारीकियों को सीखा.

Blogging को जितना समझा उतना ही मेरी इच्छा तीव्र होती गई. मैंने अपना पहला ब्लॉग blogger.com पर स्वयं की प्रेरणा से शुरू किया. जो रेखा दिक्षित नाम से था. इसमें लगभग 80 आर्टिकल लिखने के बाद wordpress में नया ब्लॉग indiantreasure.in नाम से शुरू किया. जल्दी ही मेरे आर्टिकल अच्छा परफॉर्म करने लगे. जिससे मुझे बहुत प्रोत्साहन मिला, पर यह भी समझ में आया कि पार्ट टाइम ब्लॉगिंग से कुछ नहीं होने वाला है. तब मैंने निश्चय किया कि मुझे टीम वर्क करना होगा और मैंने टीम वर्क से अपना ब्लॉगिंग कैरियर शुरू किया.

Vegetables Name ही क्यों ?

बचपन से ही मुझे वनस्पतियों के संबंध में गहरा लगाव रहा तथा मेरे पिता के आयुर्वेद चिकित्सक होने का पूरा-पूरा लाभ मुझे प्राप्त हुआ. अपने पिता के कारण प्रारंभ से ही मुझे वनस्पतियों के बारे में विशेष जानकारियाँ रहीं। तथा उनके उपयोग और बनाने के शौक ने मुझे इस ओर प्रेरित किया. मैंने इंटरनेट पर भी इस विषय में जानकारी ली तो पाया कि इस विषय पर बहुत ही सीमित जानकारियां उपलब्ध है.

इसके अलावा मेरे घर में ही बाल्यकाल से ही सब्जियों के पौधे भटा, टमाटर, आलू, मिर्च, धनिया, पालक, गोभी, कुंदरू, सेम, बरबटी, लौकी आदि उगाई जाती थी. जिससे सब्जियों के प्रति मेरा विशेष प्रेम होना स्वाभाविक ही था. मेरे घर का यह बगीचा आज भी मेरी स्मृतियों में है. मेरे पूज्यनीय पिताजी तो अब नहीं रहे. 16 मार्च 2016 में मेरे पिता मुझे छोड़ गए. किंतु उनका दिया यह व्यक्तित्व और ज्ञान मुझे इस योग्य बनाता है, कि मैं उनके द्वारा दी गई जानकारी को, धरोहर के रूप में आप तक पहुंचा सकूं.

अतः मैंने इस विषय पर ब्लॉग बनाने का फैसला लिया. मैंने 3 writers (लेखकों) और 5 Researchers की टीम बनाई और काम शुरू किया.

हमारे ब्लॉग में आपको हर प्रकार की सब्जियों के बारे में संपूर्ण जानकारी मिलेगी. अगर आपके मन में किसी तरह का प्रश्न हो तो आप हमसे हमारे Email पर संपर्क कर सकते हैं.

हमारी टीम का संक्षिप्त परिचय;

हमारी टीम पर मुझे गर्व है. हमारी टीम छोटी किंतु सक्षम है. हमारी टीम एक टॉपिक के हर एक बिंदु को गंभीरता से रिसर्च करने के बाद ही हमारे लेखकों को देती है. हमारे लेखक उन रिसर्च के आधार पर साफ और सरल भाषा में लेख (article) तैयार करते हैं. अब मैं आपको अपनी टीम मेंबर्स के बारे में जानकारी देती हूं.

Researcher Team

Name Designation,

  • Smt. Savita Tiwari – Team Leader
  • Dipti Mahant – Researcher
  • Saksham Sukla – Researcher
  • Parth Mahant – Researcher
  • Vijay Kumar Jhariya – Researcher

writers

Name Designation

  • Rekha Dixit – Team Leader
  • Smt. Swroopa Dwivedi – writer
  • Yeshu mishra – writer
  • Aakash Dixit – writer

हमारी टीम की खासियत

हमारी टीम की सबसे अनोखी बात यह है कि किसी भी टीम मेंबर्स को कोई काम बताने की जरूरत नहीं पड़ती है. क्योंकि सभी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी समझते हैं. सभी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी समझते हैं.

मेरे सभी टीम मेंबर्स कि मैं बड़ी आभारी हूं कि जिन की कार्यकुशलता व लगन से आज यह ब्लॉग इतने सुरुचिपूर्ण ढंग से आपके समक्ष प्रस्तुत है

हम सभी टीम मेंबर्स एक दूसरे से बहुत निकट हैं वह एक दूसरे के Birthday (जन्मदिन और शादी की सालगिरह) Marriage Anniversary को पूरे उत्साह के साथ celebrate करते हैं, तथा सभी के दुख में भी सहभागिता करते हैं.